चंडीगढ़ : 03-10-2022
नवरात्र की अष्टमी पर कार्टरपुरी की कामधेनु गौशाला में गऊ माता की पूजा और गौ आरती का आयोजन हुआ। विधि-विधान और मंत्रोच्चारण के साथ हुई गौपूजा में उपस्थित लोगों ने गाय की रक्षा का संकल्प लिया। यहां आरती में हिस्सा लेने पहुंचे हरियाणा गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष पूरन यादव ने भी गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास करते संकल्प लिया और उपस्थित गौ भक्तों से अपील की कि वे भी इस अभियान में हरियाणा गोसेवा आयोग के साथ जुड़ें।
पूरन यादव ने कहा कि गऊ माता हमारी संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण और अभिन्न हिस्सा है। गाय के बिना सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने गाय से प्राप्त उत्पादों को न केवल हमारे दैनिक समाजिक जीवन के लिए जरूरी बताया बल्कि अनेक रोगों से मुक्ति की औषधि बताया। पूरन यादव ने कहा कि गाय शांति का संदेश देती है और इसमें सभी देवता वास करते हैं, इसलिए हर सनातनी गाय को माता के रूप में पूजता है। उन्होंने कहा कि कामधेनु गौशाला में जिस तरह से गोपूजा का आयोजन किया गया, वैसे ही सभी गौशालाओं में ये आयोजन होते रहने चाहिए ताकि वर्तमान पीढ़ी को गायों के महत्व को समझाया जा सके।
यहां पूरन यादव ने गो संरक्षण और गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश की मनोहर सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए बताया कि गोसेवा आयोग के माध्यम से प्रदेश में गोवंश की स्थिति पहले के मुकाबले ज्यादा सुधरी है और प्रदेश की गौशालाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही है। प्रदेश में चल रहे सेवा पखवाड़े के संयोजक पूरन यादव ने पखवाड़े के दौरान हुए कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश भर की 624 गौशालाओं में तीन हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं।
गोपूजा के लिए विशेष रूप से थालियां सजाई गई थी और देशी घी के दीप जलाए गए थे। पूजा करते समय गोपालकों और उपस्थित लोगों ने गायों पर फूल बरसाएं और पंडित कृष्ण मुरारी ने मंत्रोच्चारण किया। भाजपा के प्रदेश मीडिया सह प्रमुख अरविंद सैनी, हीरालाल भी इस मौके पर गो आरती में शामिल हुए।