फाजिल्का 4 जनवरी 2022
जिला बाल सुरक्षा अधिकारी श्रीमती रितु बाला ने कहा कि बच्चे जिनको देश का भविष्य माना जाता है, इस लिए इनकी सुरक्षा की ओर ध्यान देना, हम सब का फर्ज बन जाता है। क्योंकि इनके कंधों पर ही हमारा आने वाला कल टिका हुआ है। मगर आज भी हमारे देश में ऐसे बच्चे मिल जाते है, जिनको हमारे सहारे की जरूरत पडती है। जिला बाल सुरक्षा दफतर (फाजिल्का) ऐसे बच्चों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है, जो ऐसे बच्चों की देखभाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे है, साथ ही जुवेनाईल जसटिस बोर्ड और गैर सरकारी संस्थाओं की ओर से भी इन यतीम बच्चों को पूरी सुरक्षा देने के लिए हर तरह से प्रयास किये जा रहे है।
उन्होंने कहा कि जिला बाल सुरक्षा दफतर उन बच्चों की ओर भी पूरा ध्यान देता है, जो नवजन्मे हो, लवारिस हो, जिनके मां-बाप जेल में हो अथवा जिन के मां-बाप की आमदन से बच्चों की सुरक्षा कर पाना अथवा पढ़ाई-लिखाई करवा पाना संभव नहीं होता। इस के साथ ही जिला बाल सुरक्षा दफतर (फाजिल्का) ऐसे बच्चों को सुरक्षा प्रदान करवाता है, जो शारीरिक शौषण का शिकार हो जाते है, बाल मजदूरी करने पर मजबूर है, अपाहिज अथवा मानसिक तौर पर भी कमजोर है।
उन्होंने कहा कि जिला बाल सुरक्षा दफतर समाज से भी अपील करता है कि यदि आपको भी ऐसे बच्चों के बारे में पता है अथवा पता चलता है, तो आप गांव/शहर के सरपंच, एम.सी, आंगनवाडी वर्कर, स्कूल के अध्यापक अथवा जिला बाल सुरक्षा दफतर (फाजिल्का) के साथ (कमरा नः 405, ए ब्लाक, तीसरी मंजिल, डिप्टी कमिश्नर दफतर फाजिल्का, 01638-261098) के सीधा संपर्क भी कर सकते है।