Delhi: 17 DEC 2023
प्रधानमंत्री जी जब आए 2014 में, तो उन्होंने देखा कि हमारे भारत का जो पूर्वी भाग है वह उतना विकसित नहीं है जितनी दूसरी जगह है। उन्होंने कहा Look East, Act East. Look East policy की शुरुआत 90 के दशक में हुई थी, I was elected to Lok Sabha in 1989 and was privileged to be Union Minister then, आपने इसमें एक नया आयाम जोड़ दिया। आज के दिन जो आपका स्टेट पार्टनर है असम, वह नॉर्थ ईस्ट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. The participation of Assam is a very qualitative significant development and it will catalyze the situation about Geeta in that part of the world where it is most needed.
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने इतनी पीड़ा कभी नहीं देखी है जो आज देख रही है। दुनिया में दो बड़े टकराव चल रहे हैं, हम ज्वालामुखी के ढेर पर बैठे हैं। गीता आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गई है।
जब दुनिया के सामने दो बड़े मुद्दे थे तो प्रधानमंत्री जी ने taking guidance from Geeta उन्होंने कहा, हर संभव प्रयास होना चाहिए to avoid war through Dialogue and Diplomacy. गीता में प्रकाष्ठा पर था यह भूमि साक्षी है इसकी. No effort was spared by Lord Sri Krishna to ensure that there should be no war. But once when it becomes inevitable तो भी भगवान श्री कृष्ण ने ज्ञान दिया, वह ज्ञान अर्जुन को दिया जिस पर आज हमको सोचने की आवश्यकता है!
भारतवर्ष की जो प्रजेंट गवर्नेंस है उसको मैं “गीता गवर्नेंस” कह सकता हूं भगवान श्री कृष्ण ने कहा अर्जुन आपके सामने कौन है रिश्तेदार होंगे ,जानकार होंगे, गुरुजन होंगे, प्रियजन होंगे, मित्र होंगे पथ भ्रष्ट मत हो कर्तव्य को मत छोड़ो कर्तव्य को करते रहो भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आज यही कर रहे है |
आज के दिन हम सर ऊंचा करके कह सकते हैं गीता गवर्नेंस है सब कानून के सामने बराबर है! कानून का नोटिस मिले तो कानूनी प्रक्रिया अपनाओ यह जो संस्कृति बनी है कि अगर कानून का नोटिस मिले तो हम सड़क पर आ जाएंगे भारत की संस्कृति नहीं है, यह गीता का सार नहीं है, यह हमारे संविधान की सोच नहीं है, इसीलिए मैं कहता हूं, यह कार्यक्रम हो रहा है 2016 से, यह कार्यक्रम व्यापक हो रहा है, it needs to be more expanded.
भारत के संविधान का जब निर्माण हो रहा था और जो miniatures हैं सविधान के अन्दर उनमें गीता की बात है, उनमें भगवान श्री कृष्ण हैं। मैं तो कई बार सोचता हूं कि आजादी के बाद हमारे संविधान में कई नए भाग जुड़े हैं जैसे भाग 9 & 9A (पंचायती राज & मुनिसिपलिटी), उन पर कोई miniature नहीं है क्योंकि miniature के नाम पर आज एक मत होना मुश्किल है। We are so divisive, but Geeta teaches us unity!
It is a pleasant coincidence technology is being deployed to ensure that your deliberations reach every nook and corner of the world; it has entered our office, our bedrooms. Distruptive Technologies like Machine Learning, Quantum Computing, Internet of Things, आपको जानकर अच्छा लगेगा कि पहले हम इंतजार करते थे टेक्नोलॉजी का विकास कहीं होगा, फिर वह लोग बना लेंगे, फिर हम उनसे खरीद लेंगे, वह अपनी कीमत पर भेजेंगे अपने समय पर भेजेंगे, और उतना ही कंट्रोल करेंगे जितना वह कर सकते हैं।
आज भारत दुनिया के गिने-चुने देशों में है जो इन टेक्नोलॉजी पर बहुत तीव्रता से कार्य कर रहा है, Quantum Computing के लिए 6000 करोड़ का बजट दिया गया है, Green Hydrogen Mission के लिए 19000 करोड़ का बजट allocate किया है। हमारे लिए 5G और 6G फोन तक सीमित है पर our young generation knows its enormous power भारत गिनी चुने देशों में है जिसने 6G के डेवलपमेंट को दो हिस्सों में बांटा 2025 से 2030 तक सेकंड खंड है वह इसका commercialization है क्रांति आ जाएगी Machine Leaning शब्दों पर मत जाइए आजकल एक छोटी सी खबर चिंगारी की तरह फैल जाती है, मिनट में लाखों रिएक्शंस आ जाते हैं Machine learning is a technology that can crystallize, dissect.
मेरे कहने का मतलब यह है कि अगर गीता के सार यदि अगर नहीं मानेंगे, मोह पर जाएंगे, एक दूसरे के हित को देखने लगेंगे तो फिर हम भटक जाएंगे। इसीलिए भगवान श्री कृष्ण ने कहा था कि कर्म करो, कर्म करते रहो फल आएगा पर फल को दृष्टि में रखकर कर्म मत करो, क्योंकि आप फल को दृष्टि में रखकर, उसे प्राप्त करने के लिए कर्म करोगे, you will be deviating from the path of righteousness that I am sure नहीं होना चाहिए!
गीता एक अद्भुत ग्रंथ है, धार्मिक ग्रंथ है, दार्शनिक ग्रंथ है, नैतिक ग्रंथ है, जीवन दर्शन का ग्रंथ है! हर समस्या का हाल देता हैअपने को अंदर से मजबूती देता है. It instills us in us a deep sense of work is worship we must do it with sublimity and spirituality we must do it for all not for us only.
हमारा G-20 साधारण G-20 नहीं था. G-20 had foot-fall was in every state, every union territory, 60 locations in Bharat, 200 interactions.. उसके अंदर क्या message गया? भारत के प्रधानमंत्री ने बहुत बड़ा कदम उठाया वसुदेव कुटुंबकम को उन्होंने दुनिया के पटल पर रखा, उसे प्रधानमंत्री ने रखा जिसने देश को योग दिवस दिया, 21 जून को हर साल मनाया जाता है। उसे महान व्यक्तित्व ने अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए संयुक्त राष्ट्र पर प्रभाव डाला International Millets Year, मोटे अनाज के बारे में उन्होंने दुनिया को message दिया, वसुदेव कुटुंबकम का, G-20 की theme थी, “One Earth, One Family, One Future”.
मैं कुरुक्षेत्र में हूं, गीता का ज्ञान यहां से शुरू होता है। जब 130 करोड़ से ज्यादा की जनता COVID की चुनौती का सामना कर रही थी, उस समय भी भारत ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के आदर्श को सामने रखते हुए दुनिया के 100 देशों को वैक्सीन भेजकर मदद की।
यह वसुधैव कुटुंबकम का ही आदर्श है कि प्रधानमंत्री ने अफ्रीकन यूनियन को G-20 का सदस्य बनवाया। गीता कहती है कि समावेशी रहिए। Colonialism का दंश झेले हुए अफ्रीकन यूनियन को विकसित देशों के बराबर लाकर बिठाना भारत के प्रधानमंत्री जी की statesmanship का बहुत बड़ा प्रमाण है।
दुनिया में एक बहुत बड़े देश का समूह है जिसको कहते हैं ‘Global South’ पहले किसी ने नाम ही नहीं सुना था and they account for ⅔ GDP of the world Bharat become their voice क्योकि यह भी गीता का सार है मेरा आपसे यही कहना है कि जब हमारे पास इतनी बड़ी पूंजी है हमें उसका उपयोग करना चाहिए अनुसरण करना चाहिए प्रकाश लेना चाहिए उससे क्योंकि गीता में जीवन के सभी पहलू पर प्रकाश डाला गया है that is very spiritual and you will find reflections about आत्मा परमात्मा भक्ति जीवन.
यहां आकर मुझे एक बात और लगी कि आज के दिन कि भारत की विकास यात्रा एक बहुत बड़ा महायज्ञ है। इस महायज्ञ को संपूर्ण करने के लिए हर भारतीय की आहुति की आवश्यकता है उनको इसमें आहुति जरूर देनी चाहिए और वह सक्षम हैं।
आज के दिन हर भारतीयों को एक संकल्प लेना चाहिए, I always keep my nation first, जैसा की गीता में कहा गया था धर्म के पथ से कभी नहीं विचलित होंगे, यह option नहीं है, यह constitutional mandate है, हमारे civilizational ethos का निष्कर्ष है, we will always believe in our nation, we will be proud citizens of this nation and take pride and its historic achievements.
मैंने स्वयं देखा है 1989 का क्या हाल था लोकसभा में था! 1990 का क्या हाल था, मैं केंद्र में मंत्री था सोने की चिड़िया कहलने वाला देश अपने सोने को हवाई जहाज से स्विट्जरलैंड के दो बैंकों में गिरवी रखना पड़ा, हमारा फॉरेन एक्सचेंज एक या दो बिलियन के बीच में झूल रहा था. मैंने आज ही प्रातः खबर ली है कि पिछले चार से पांच दिन में बढ़ोतरी चार बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है हमारा रिजर्व 600 बिलियन से ज्यादा है यह सब एक ही बात से है की जो गत वर्षो से हमारी शासन व्यवस्था हैउसको आप गीता गवर्नर कह सकते हो पहले क्या होता था we used to be on back foot. रूढ़िवादी कहते थे लोग, But today, कितना फायदा है कि हमारे द्वारा बनाया गया mechanism UPI, Singapore और बाकी देश follow कर रहे हैं। हमारे लोगों की प्रतिभा का अंदाजा लगाइए, की 60 के दशक में हमारा सैटेलाइट जब पहली बार लॉन्च हुआ, वह किसी ओर की मशीन पर हुआ। आज हम लॉन्च करते हैं सैटेलाइट USA, UK, Singapore के भी, यह हमारा achievement है. आज के दिन हम दुनिया के अग्रणी देश में हैं- सोच में।
हम में से कुछ सुजनित तरीके से या ना समझी की वजह से Anti-National narratives को float करने में आनंद लेते हैं ऐसा नहीं होना चाहिए आप इसको कुंठित की जिए. It is a COVID virus that has to neutralized within time.
गीता आपको क्या देती है मैं आपको एक छोटी सी कहानी बताकर समाप्त करता हूं, एक बूढ़ी महिला थी, अंधी थी, बीमार थी, जवान बेटा था और जवान बेटा कमाई नहीं कर रहा था और उसकी शादी भी नहीं हुई थी।
वह संकटों से पूरी तरह घिरी हुई थी और असहाय महसूस कर रही थी, उसको रास्ता नहीं दिख रहा था। ऐसे हालात थे जो अपने देश में 10 साल पहले थे, निराशा में डूबी हुई थी, भ्रष्टाचार का बोलबाला था, पारदर्शिता दूर तक नहीं थी, patronage की चलती थी, ऐसा ही उस महिला के सामने था, भगवान प्रकट हुए और कहां की एक वचन मांगो?
क्या वह अपनी आंख मांगे, क्या वह अपना स्वास्थ्य मांगे? क्या वह बेटे की नौकरी मांगे? क्या वह बेटे की शादी मांगे? उस महिला के सामने गीता का ज्ञान आया और उसने कहा सोने की थाली में पोते को हंसता खेलता दिखा दे।
आज हमारे देश का यही हाल है। We are a world power, we stand for peace, we stand for harmony, we stand for global stability, we want to take our Bharat in 2047 at peak. हमारा अमितकाल हर दृष्टि से हर मापदंड पर हमारा गौरवकाल है और हमें प्रसन्नचित होना चाहिए।
पिछली बार मैं जब हिसार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी गया तो एक वाकया हुआ, मेरी जाति के एक बुजुर्ग और उनकी धर्मपत्नी ने कहा, मुझे मोदी से मिला दे। मैंने पूछा कि मोदी जी से मिलकर क्या करोगे? वह बोले कि पूछेंगे कि आपको ढूंढा कैसे उन्होंने?