
चंडीगढ़, 3 अप्रैल 2022
पंजाब म्युनिसिपल भवन, से. 35 में खेती विरासत मिशन द्वारा आयोजित किये जा रहे दो दिवसीय कुदरत उत्सव एंव संवाद कार्यक्रम में आज मिलेट मैन ऑफ इंडिया के नाम से विख्यात डॉ. खादर अली ने यहाँ उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मिलेट्स में फाईबर की प्रचुर मात्रा होती है इसलिए मिलेट्स ही मनुष्य को नॉन-कम्युनिकेबल डिसीज से बचा सकते हैं। हम एनिमल प्रोटीन को पचा नहीं पाते है, इसलिये यदि मनुष्य पूरी तरह शाकाहारी हो जाये तथा गेहूं, चावल व दूध का इस्तेमाल बन्द कर दे तो बिना दवाओं के लम्बे समय तक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकता है। खेती विरासत मिशन के फाउंडर व कार्यक्रम के आयोजक उमेन्द्र दत्त ने बताया कि कुदरत उत्सव एवं संवाद के दूसरे दिन पंजाब म्युनिसिपल भवन में पूरे देश से ऑर्गेनिक फार्मिंग व हॉलिस्टिक हेल्थ के प्रोफेशनल का जमावड़ा हुआ ।
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आज दूसरे दिन के कार्यक्रम का आगाज निखिल सेंगर, रजनीश कुमार व डॉ अमरदीप सिंह द्वारा फॉरेस्ट, वाइल्डलाइफ व ग्रीन कवर के सेशन से हुआ। अगले सेशन में केएस पन्नू ,डॉक्टर सुखपाल सिंह ने किसानों के लिए नए इंस्टीट्यूशंस तैयार करके सक्षम करने पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
दूसरा दिन पंजाब में हॉलिस्टिक हेल्थ के एजेंडे पर खास तौर पर आधारित था। इस सैशन में डॉ. खादर वली, डॉ. सचिन गुप्ता, डॉ. एचके खरबंदा, डॉ. जीएस ठाकुर, डॉ. जीपी सिंह, डॉ. अवधेश पांडे, आचार्य मनीष व डॉ. महेंद्र पाल डोगरा ने हिस्सा लिया। सभी पैनलिस्ट ने एकमत से मनुष्य को कुदरत के नजदीक रहकर बिना दवाओं के शरीर को 125 वर्ष तक निरोग रखने का प्रयास करने पर जोर दिया।
इससे अगले सेशन में मिलेट्स फार हेल्थ व सस्टेनेबल एग्रीकल्चर पर हुआ व ओपन हाउस के साथ-साथ बच्चों व प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए मिलेट्स की भूमिका पर बात हुई ।