गांधी के सिद्धांतों को आधार बनाकर काम करने की आवश्यकता : मुख्यमंत्री

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जयपुर, 22 अप्रेल । मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज महात्मा गांधी के सिद्धांतों को आधार बनाकर काम करने और अनेकता में एकता, सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने की आवश्यकता है, तभी हम लोकतंत्र और विचारों की रक्षा कर सकते हैै। राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए इसी दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है।
श्री गहलोत शुक्रवार को जवाहर कला केंद्र के मध्यवर्ती में समाज कार्य एवं अनुसंधान केंद्र (बेयरफुट कॉलेज) तिलोनिया के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिला स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है। प्रदेश की महिलाओं को निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन वितरित करने के लिए ‘उड़ान योजना‘ में 200 करोड़ रूपये का बजट रखा गया है। उन्होंने कहा कि तिलोनिया में भी महिलाओं द्वारा सेनेटरी नैपकिन तैयार किये जा रहे हैं। यह एक सराहनीय पहल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में राज्य सरकार ने अपने खर्चे पर 25 दिन का रोजगार बढ़ाया है। इससे अब मनरेगा में 125 दिन रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा ने ही मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया है।
श्री गहलोत ने कहा कि केंद्र में यूपीए सरकार द्वारा सूचना का अधिकार, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, शिक्षा का अधिकार और खाद्य सुरक्षा अधिनियम देश में क्रांतिकारी पहल रही। उन्होंने संजीत ‘बंकर रॉय‘ और अरूणा रॉय के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बंकर रॉय स्वयं में एक संस्था है। उनकी सोच का ही परिणाम है कि आज तिलोनिया का नाम देश-दुनिया में अलग मुकाम हासिल किए हुए है।
इससे पूर्व बेयरफुट कॉलेज से जुड़े लोगों ने लोक संगीत के जरिये तिलोनिया के विकास यात्रा को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री श्री बी.डी.कल्ला, प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ सहित तिलोनिया के ग्रामीण उपस्थित थे।

 

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