सिंघू बार्डर पर एससी कत्ल मामले में देश भर की दलित संस्थाओं में रोष: विजय सांपला को शिकायतें सौंप मांगा इंसाफ

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दलित संगठनों की मांग : संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं पर हो कार्रवाई, क्योंकि धरनास्थल पर हुआ कत्ल

चंडीगढ़, 16 अक्तूबर: संयुक्त किसान मोर्चा के सिंघू बार्डर धरनास्थल पर पंजाब के एक दलित लखबीर सिंह की बेरहमी से की गई हत्या पर विरोध जताते हुए देश भर से सैंकड़ों अनुसूचित जाति से संबंधित संगठनों ने आज राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला को शिकायतें भेज कड़ी से कड़ी कार्रवाई मांग की।

लगभग 20-25 दलित संगठनों ने स्वयं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के दिल्ली स्थित राष्ट्रीय हैड क्वार्टर पर जाकर व्यक्तिगत तौर पर विजय सांपला को शिकायतें दी। जिनमें नेशनल शेडयूल कास्ट एलायंस, भारतीय बौद्ध संघ, राष्ट्रीय भांतू सांसी समाज विकास संघ (रजि) दिल्ली प्रदेश, श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ (रजि) (दिल्ली प्रांत), जय बाबा रामा पीर जन्मोत्सव कमेटी नायक समाज दिल्ली प्रदेश (रजि), दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत (पंजी), वाल्मीकि महापंचायत (रजि), श्री संत कबीर जन्मोत्सव कमेटी (रजि), अखिल भारतीय बैरवा विकास संघ दिल्ली प्रदेश, अखिल भारतीय अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति-पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्क कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन महासंघ (रजि), जंगपुरा भोगाल एससी/एसटी रेजीडेंट वैल्फेयर एसोसिएशन, अखिल भारतीय खटीक समाज (रजि) व डा. अम्बेदकर समिति शकूरपुर दिल्ली (रजि) आदि संस्थाएं प्रमुख हैं।

उपरोक्त सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने विजय सांपला को मिलकर इस मामले में दोषियों के विरुद्ध अनुसूचित जाति अधिनियम में उपलब्ध प्रावधानों के अनुसार सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

दलित संगठनों ने सांपला को स्पष्ट कहा कि इस कत्ल के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के सिंघू बार्डर पर बैठे किसान संगठनों के नेता व कार्यकर्ता दोषी हैं, क्योंकि वॉयरल वीडियो स्पष्ट करते हैं कि लखबीर सिंह का कत्ल धरना स्थल पर हुआ और बाद में उसकी लाश किसान संगठनों की मुख्य स्टेज के पास रस्सी से लटका दी गई। यह वो जगह है जहां पर किसान संगठनों का 24 घंटे पहरा रहता है और वह पुलिस को भी नहीं आने देते और सबसे बड़ी बात की किसान संगठनों को इस पर टिप्पणी करने में भी 12 घंटे का समय लग गया। उन्होंने सांपला से मांग की कि वीडियो में दिखने वाले सभी लोगों के साथ संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं पर कत्ल का मामला दर्ज करवाने के साथ एससी एक्ट की धाराएं भी लगाई जानी चाहिए।

दलित संगठनों ने सांपला से कहा कि किसान संगठनों का यह कहना गलत है कि मरने वाला और मारने वाले हमारे आंदोलन का हिस्सा नहीं, क्योंकि कत्ल करने के दोषी 11 महीने से इस आंदोलन का हिस्सा हैं और जिसका कत्ल हुआ वह भी लगभग इतने समय से सिंघू बार्डर पर किसान मजदूर एकता के नारे को बुलंद कर रहा था। कत्ल करने के दोषी पिछले 11 माह में कई बार संयुक्त किसान मोर्चा की ढाल बनकर खड़े रहे।

इस मौके चेयरमैन विजय सांपला ने उपरोक्त सभी संगठनों के पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि वह स्वयं इस मामले पर पूरी नजर बनाए हुए हैं तथा उन्होंने 15 तारीख को हरियाणा सरकार को नोटिस निकाल चीफ सैक्र्रेटरी, डीजीपी सहित रोहतक के डिवीजनल कमिश्रर व इंस्पैक्टर जनरल पुलिस तथा सोनीपत के डीसी व एसपी से तुरंत कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

सांपला ने आखिर में प्रतिनिधि मंडलों को कहा कि मृतक दलित लखबीर सिंह व उसके परिवार को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

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