आज शिक्षा के स्तर की स्थिति को रिसर्च, इनोवेशन थिसिस की गुणवत्ता के आधार पर आंका जाता है

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चण्डीगढ़ 01 सितम्बर – आज शिक्षा के स्तर की स्थिति को रिसर्च, इनोवेशन थिसिस की गुणवत्ता के आधार पर आंका जाता है। इसलिए सभी विश्वविद्यालय रिसर्च प्रोमोशन पोलिसी बनाकर शिक्षक और शोधार्थियों को प्रोत्साहित करें। यह बात हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने वीरवार को उनसे शिष्टाचार मुलाकात करने आए महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक के कुलपति प्रो0 राजबीर सिंह से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि आज समय की जरूरत है कि छात्रों को नई प्रौद्योगिकी की और डिजिटल माध्यमों से विश्वस्तरीय शिक्षा प्रणाली से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली के माध्यमों का स्वरूप पूरी तरह बदल चुका है। आनलाईन शिक्षा के लिए विभिन्न आधुनिक इंटरनेट मोडस का प्रयोग हो रहा है। इसलिए विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे सीखने और सीखाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए प्रशिक्षण पर जोर दें और विश्वविद्यालय परिसरों में इंनोवेशन सेंटर, इक्युबेशन सेंटर स्थापित कर एलूमनी और विशेषज्ञों का सहयोग लें। उन्होंने महिला शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय एकैडमिक कोर्सो में अधिक से अधिक लड़कियों का पंजीकरण सुनिश्चित करे। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय दाखिला, परीक्षा और परिणामों के शैड्यूल का समय भी निश्चित करें।
इस मुलाकात में महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राजबीर सिंह ने बताया कि महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में रिसर्च इको-सिस्टम को मजबूत किया गया है तथा शिक्षकों को उत्कृष्ठ शोध कार्य करने पर पुरस्कृत किया जा रहा है और बेस्ट थिसिस अवार्ड भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय तथा संबंधित महाविश्वविद्यालयों में 46 प्रतिशत संख्या लड़कियों की है। साईंस विषयों में तो यह संख्या 70 से 90 प्रतिशत तक है। यहां तक लाईफ साईंस में तो 90 प्रतिशत संख्या लड़कियों की है। उन्होंने यह भी बताया कि पी.जी कोर्सों में दाखिला लेने वालों की संख्या में इस वर्ष गुणात्मक इजाफा हुआ है। इसलिए प्रदेश में यह विश्वविद्यालय छात्रों की पहली पसंद बना है।
उन्होंने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में विश्वविद्यालय द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के जन्मदिवस और पुण्यतिथियों पर कार्यक्रम आयोजित कर छात्रों को राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसमें राष्ट्र सेवा योजना, यूथ रैडक्रोस, एन.सी.सी के छात्रों व कार्यकर्ताओं को जोड़ा जा रहा है। खेलो व अन्य गतिविधियों में भी विश्वविद्यालय अग्रणी है। विगत अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक पाने वाले आधा दर्जन खिलाड़ी महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं।
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