प्राईवेट स्कूलों को टक्कर दे रहा है सरकारी प्राइमरी स्मार्ट स्कूल चश्मा।

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पठानकोट, 5 जुलाई 2021
अध्यापक प्रवीन सिंह के लिए स्कूल से बड़ा कोई मंदिर नहीं। उस ने बच्चों के लिए सब सुख आराम त्याग दिए हैं। अकेला अध्यापक दिवस ही नहीं बल्कि हर दिन बच्चों के लेखे है। यहां तक कि गर्मियों की छुट्टियां भी स्कूल को संवारने में ही बिताईं हैं। प्रवीन सिंह की मेहनत को देखते दानी सज्जनों और गांव वासियों ने भी स्कूल खातिर दिल और जेबों को खोला हैं। अध्यापक प्रवीन सिंह का बहा पसीना अब रंग दिखाने लगा है। आज जिस स्कूल की राष्ट्रीय स्तर पर बातें होती हैं, तीन वर्ष पहले इस स्कूल की हालत बहुत दयनीय थी। प्रवीन सिंह सिर्फ अध्यापक नहीं, वह पेंटर भी है, प्लम्बर भी, राज मिस्त्री भी,माली भी और लकड़ का कारीगर भी है।
प्रवीन सिंह ने इस बार की छुट्टियां के दौरान स्कूल में अपने हाथों तीन ख़ूबसूरत पार्क तैयार किये हैं। इतना में से एजुकेशनल पार्क का नाम भारत की पहली औरत अध्यापिका सावित्रि बाई फूले के नाम पर रखा है। पार्क में शिक्षा के साथ सबंधित तैयार की सामग्री की मदद के साथ बच्चे किताबी ज्ञान को प्रैक्टिकल ढंग के साथ समझ सकेंगे। एजुकेशनल पार्क की आकृतियां बच्चों को अपनी तरफ आकर्षितत करती हैं। गौरतलब है कि ऐसे पार्कों पर कई स्कूलों ने लाखों रुपए ख़र्च किये हैं जबकि प्रवीन सिंह ने जी तोड़ मेहनत करके 20 हज़ार से भी कम खर्च किए हैं।
हैरानीजनक पहलू है कि तीन वर्ष पहले इस स्कूल में सिर्फ़ 37 विद्यार्थी पढ़ते थे और अब नर्सरी से पांचवी कक्षा तक के बच्चों संख्या 93 तक पहुंच गई है। महत्वपूर्ण तथ्य है कि गांव की आबादी कोई ज़्यादा नहीं परन्तु इस वक्त 5 पड़ोसी गांवों के बच्चे इस स्कूल में शिक्षा हासिल कर रहे हैं। अध्यापक प्रवीन सिंह का कहना है कि स्कूल की ख़स्ता हालत के कारण स्कूल में से बच्चों की संख्या दिन -ब -दिन कम हो रही थी। स्कूल में बच्चों की संख्या की वृद्धि के लिए स्कूल की बिलडिंग बनाना ज़रूरी था इस लिए पहले 3 वर्ष लगातार स्कूल के लेखे लगाऐ हैं जिनमें पढ़ाई और स्कूल की नुहार को संवारना शामिल है। इस लिए गांव वासियों और समाजसेवी संस्थायों का बड़ा सहयोग रहा है। स्कूल में इस मौके सीसीटीवी कैमरे, हर कमरों में प्रोजेक्टर, झूले लगे हुए हैं। स्कूल की इस प्राप्ति के लिए जहां जिला शिक्षा अफसर सेकंडरी और जिला शिक्षा अफसर एलिमेंट्री की तरफ से स्कूल स्टाफ को सम्मानित किया जा चुका है वहां ही शिक्षा विभाग के फेसबुक्क पेज एक्टिविटी स्कूल एजूकेशन पंजाब पर भी शेयर की जा चुकीं हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल की नयी बिलडिंग बनने के साथ सुंदरता में विस्तार हुआ है और स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों के लिए इस स्कूल का अलग ही रूप सामने आयेगा। स्कूल की नुहार बदलने में स्कूल के स्टाफ मैंबर मंजू पठानिया, सविता देवी और दानी सज्जन रमन‌ गोयल, राजन मेहता, मास्टर जीत राज और बाकी गांव वासियों का सहयोग रहा है।
फोटो कैपशन:- सरकारी प्राइमरी स्मार्ट स्कूल चश्मा का दृश्य।
फोटो कैपशन:- स्कूल हैड टीचर प्रवीन सिंह।

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