अध्यापक वर्ग ने शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब का राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया सम्मान

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पठानकोट, 14 जून 2021 पंजाब सरकार के योग्य नेतृत्व में राज्य के सरकारी स्कूल के अध्यापकों ने शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब को अव्वल स्थान दिलाने के लिए श्लाघायोग्य भूमिका निभाई है। अध्यापकों की वजह से ही राज्य के स्कूलों का सर्वपक्षिय विकास हुआ और समाज के हर वर्ग में सरकारी स्कूलों प्रति फिर विश्वास पैदा हुआ है। इन विचारों का प्रगटावा जिला पठानकोट के अलग -अलग गांवों के सरपंचों की तरफ से किया गया। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों को समय के हम उम्र का बनाने के लिए पिछले कुछ वर्षों में सरकार की योजनाओं को राज्य के मेहनती अध्यापकों ने सुचारू रूप में नेपरे चढ़ा कर, राष्ट्रीय स्तर पर मान दिलाया है। गांव हरिजन बस्ती के सरपंच मनोहर लाल का कहना है कि पंजाब के स्कूलों में लगातार दूसरे वर्ष 12 प्रतिशत से ज्यादा बच्चों की वृद्धि होना इस बात की गवाही देता है कि राज्य के स्कूलों का हर पक्ष से मान बढ़ा है। जिस पर केंद्र सरकार ने परफॉरमेंस ग्रेडिंग इडैकस के द्वारा मोहर लगा दी है। इस प्राप्ति ने पंजाब का देश -विदेश में सिर ऊंचा किया है।
गांव मल्लपुर के सरपंच संदीप सिंह का कहना है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में जो मानक ढांचा बना है भाव स्मार्ट क्लास रूमज़, शैक्षणिक पार्क, कंप्यूटर लैबज़, बाला वर्क, ख़ूबसूरत खेल मैदान और फर्नीचर अध्यापकों के दिमाग की सृजन है। जिसके लिए दानी सज्जनों ने भी भरपूर योगदान दिया है। इस तरह राज्य के सरकारी स्कूलों के विकास के लिए सरकार, अध्यापक और समाज सेवकों की भूमिका काबिले तारीफ़ है।
गांव भनवाल के सरपंच अवतार सिंह का कहना है कि राष्ट्रीय सर्वेक्षण ने हमारे स्कूलों में हुए विकास को राष्ट्रीय स्तर पर अव्वल करार दिया है इस का मतलब यह नहीं कि पंजाब के स्कूलों का सौ प्रतिशत विकास हो चुका है। बल्कि इस खिताब को कायम रखने और सरकारी स्कूलों को सर्व कला संपूर्ण बनाने भाव 1000 में से 1000 अंक हासिल करने के लिए यत्न जारी रखने पड़ेंगे।
गांव ठाकुरपुर के सरपंच सतीश कुमार और गांव मुढ़न के सरपंच बलवान सिंह का कहना है कि उन्हें गर्व है कि वह सरकारी स्कूलों में से पढ़े हैं और इन स्कूलों के सिर पर पंजाब को विद्या के क्षेत्र में अव्वल स्थान मिलना बहुत ही गर्व वाली बात है।
जानकारी देते हुए अलग -अलग गांवों के सरपंच।

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